उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के प्रभारी (इंचार्ज) श्रीमान अनिल चंदोला जी द्वारा श्री गुरु नानक महिला इण्टर कॉलेज, खेल मैदान, रेस कोर्स में द्रोण नेशनल फेस्टिवल का आयोजन किया गया है, जो दिनांक 24/10/23 से प्रारंभ हुआ है और इसका दिनांक 30/10/23 तक यह मेला यहां लगा रहेगा, इस मेले में भी कई प्रकार के स्टॉल लगे है, दूर-दूर हतशिल्पी आए हैं कोई कश्मीर से तो कोई असम से, और तो और यहाँ खरीदी के लिए एक से बढ़कर एक आकर्षक सामान है जैसे कश्मीर के मशहूर पश्मीना शॉल व स्टोल जो कश्मीर के अनुभवी कारीगरों द्वारा पूरी तरह शुद्ध भेड़ के ऊन से से तैयार किए गए हैं और | जब आप पश्मीना शॉल या कंबल को छूएंगे तो आपको पता चल जाएगा कि इसकी कोमलता और गर्माहट के साथ इसकी बनावट कितनी महीन है। यह पश्मीना वस्तुओं को इतना विस्तृत बनाता है। पहले, पश्मीना केवल राजा और रानियाँ ही पहनते थे और इसलिए यह राजघराने का प्रतीक था, साथ ही इस मेले में कश्मीर के सूखे मेवों की स्टॉल लगीं, कश्मीर में इन सूखे मेवों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है, है जिनमें से बादाम, अखरोट, काजू, हेज़लनट और अंजीर सबसे लोकप्रिय हैं। इसी के साथ और भी काफ़ी आकर्षक चीज़े मेले में देखने को मिल रही है |आज दिनांक 25/10/23 को मेले में उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमान भगत सिंह कोश्यारी जी पहुँचे, द्रोण नेशनल फेस्टिवल के आयोजक श्रीमान अनिल चंदोला जी द्वारा उनका स्वागत किया गया और भगत सिंह जी ने मेले का भ्रमण किया और वह मेले में हस्तशिल्पियों से भी मिले एवं उनके काम की तारीफ कर खरीदारी भी करी |