रेस कोर्स, देहरादून में चल रहे नाबार्ड हस्तशिल्प मेले का आज चौथा दिन था, आज भी मेले में काफ़ी भीड़ नज़र आई | मेले में हर उम्र के लोग खरीदारी व घूमते हुए दिखाई दिए | मेले के आकर्षक स्टॉल आकर्षण का केंद्र बन चुके है, हर दूसरे स्टॉल पे कुछ न कुछ नई कलाकारी देखने को मिल रही है, दूर दूर से आए हस्तशिल्पी मेले में उमड़ती भीड़ देख बहुत खुश हो रहे है | लोगो को मेले में बहुत सी नई और आकर्षक चीज़े भी देखने को मिल रही है जैसे कागज़ से बनी वस्तुए, पुराने सूखे हुए फूलो से बनाई गयी अगरबत्ती, गाय माता के गोबर से बनाया गया पेंट और कश्मीर का पश्मीना शाल, हिमाचल प्रदेश का गिलोय मिश्रित अचार तथा हिमाचली टोपी, झारखंड की जादोपटिया तथा सोहराय चित्रकारी, कर्नाटक बीड आभूषण, मध्यप्रदेश के बाग प्रिंट उत्पाद, पंजाब के फुलकारी सूट, राजस्थान के बागरु हैंड ब्लॉक प्रिंट, तेलंगाना के कढ़ाईगीरी उत्पाद, उत्तरप्रदेश के टेराकोटा तथा जूट उत्पाद, हरियाणा की जयपुरी रज़ाई तथा सुजनी आदि चीज़े देखने को मिल रहीं हैं | मेले में भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के भी स्टॉल लगाए गए है जिसमे आपको जूट बैग, बोटल बैग, जूट हैंडपर्स, भीमल बैग, भीमल हैंडपर्स, आदि काफी आकर्षक चीज़े भी मिलेंगी | शाम को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में हमारे उत्तराखण्ड के मशहूर लोक गायक सुरेंद्र राणा, मंजू नौटियाल जी और इनके संगीत ग्रुप ने काफ़ी शानदार प्रस्तुति दी और साथ ही बहुत अच्छा नृत्य कार्यक्रम भी पेश करा और मेले की रौनक बढ़ा दी। लोग यह कार्यक्रम देखकर बहुत खुश नज़र आए |