रेस कोर्स, देहरादून में चल रहे नाबार्ड हस्तशिल्प मेला 2023 जो कि नाबार्ड की सहायता से भारतीय ग्रामोत्थान सस्न्था के प्रभारी श्री अनिल चंदोला जी द्वारा आयोजित किया गया था | बुधवार को मेले का 8व दिन था, मेले के आखरी दिन मेले में काफी लोग पहुँचे थे | मेले में बच्चो से लेकर बूढ़ो तक सब घूमते व खरीदारी करते दिखाई दिए | बुधवार को मेले में पूर्व सीजीएम जी पहुँचे और हस्तशिल्पियों के स्टॉल्स का निरीक्षण कर उनसे बातचीत भी की। मेला प्रभारी श्री अतुल चंदोला जी द्वारा मेले में आए कुछ लोगो से मेले पर फीडबैक माँगा गया और लोगो ने मेले व उसके आयोजन की काफी तारीफ करी |
उन्होंने कहा कि मेले में सुदूर जिलों से हस्तशिल्पी महिलाओं ने इस मेले में पहुंचकर हस्तशिल्प के इस आयोजन को सफल बना दिया। हालांकि भारत के साथ ही उत्तराखंड के हस्तशिल्प ने दुनिया भर में भारी डिमांड पैदा की है। इस मौके पर भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के प्रभारी अनिल चंदोला, पूर्व सीजीएम भास्कर पंत ने मेले का भ्रमण कर हस्तशिल्पियों से उनके अनुभव शेयर किए।
उन्होंने बताया कि मेले में सुदूर प्रांतों से आए हस्तशिल्पियों की मेहनत रंग लाई देहरादून के हस्तशिल्प के कद्रदान पूरी तरह मेले को सफल बना गए।
उनकी मेहनत का उनको मुआवजा मिला। उन्होंने प्रसन्न होकर दून के लोगो का आह्वाहन किया कि आप सभी की ऐसे ग्राहकों की बदौलत ही हस्तशिल्पयों की रोजी रोटी चलती है। मेला काफी सफल रहा, मेले में लगभग हर प्रकार का सामान उपलब्ध था जैसे- कश्मीर का पश्मीना शाल, हिमाचल प्रदेश का गिलोय मिश्रित अचार तथा हिमाचली टोपी, झारखंड की जादोपटिया तथा सोहराय चित्रकारी, कर्नाटक बीड आभूषण, मध्यप्रदेश के बाग प्रिंट उत्पाद, पंजाब के फुलकारी सूट, राजस्थान के बागरु हैंड ब्लॉक प्रिंट (जीआई) उत्पाद , तेलंगाना के कढ़ाईगीरी उत्पाद, उत्तरप्रदेश के टेराकोटा तथा जूट उत्पाद, हरियाणा की जयपुरी रज़ाई तथा सुजनी और भी काफी कुछ उपलब्ध था। इसके अतिरिक्त मेले में उत्तराखंड के सभी जीआई (GI) उत्पाद यथा तेजपात, बासमती चावल, ऐपण, दन, मूंसयारी राजमा, रिंगाल, टमटा उत्पाद, थुलमा एवं च्यूरा से निर्मित सामग्री भी प्रदर्शित की गई जिसकी जोरदार बिक्री से दुकानदार और हस्तशिल्पी गदगद दिखे। मेले में प्रदर्शनी तथा बिक्री में देश भर के हस्तशिल्पि अपनी गतिविधियों में व्यस्त हैं इसके साथ ही कुछ हस्तशिल्प मौके पर ही अपने उत्पाद बना रहे हैं। इस अवसर पर एजीएम श्री एचपी चंदेल जी , डीजीएम श्री सुमेर चंद जी ,ग्रामीण बैंक , पशुपालन विभाग के अधिकारी और भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के प्रभारी श्रीमान अनिल चंदोला जी , मेला प्रभारी श्री अतुल चंदोला जी , श्री केशव लखेड़ा, श्री जितेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे |