ऋषिकेश,04दिसम्बर।युवा नौकरी माँगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें।इसके लिए युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा के साथ साथ भौतिक ज्ञान होना बहुत जरूरी है।शिक्षा के साथ साथ शैक्षणिक भ्रमण से प्राप्त होने वाला ज्ञान स्थाई होता है।यह बात शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने भारतीय ग्रामोत्थान संस्था ढाल वाला का शैक्षणिक भ्रमण करने आये दून इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल श्यामपुर ऋषिकेश के विद्यार्थियों को कही।सोमवार को दून इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल श्यामपुर के कक्षा बारहवीं वाणिज्य संकाय के छात्र छात्राओं का दल शिक्षिका पूजा कुकरेती एवं गीता पोखरियाल के नेतृत्व में एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए निकला था।शैक्षणिक भ्रमण के दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे नगर निगम के ब्राण्ड अम्बेसडर विनोद जुगलान ने कहा कि हमें आर्थिक विकास के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण के पहलुओं को समझना होगा।उन्होंने कहा कि हम पढ़ लिखकर रोजगार देने वाले बनें, रोजगार मांगने वाले नहीं।उन्होंने कहा कि भारतीय ग्रामोत्थान संस्था में महिला समूहों द्वारा तैयार किये गए भीमल,कण्डाली,जूट और हिमालयी ऊन के उत्पाद पूर्ण रूप से इको फ्रेंडली हैं।उन्होंने कहा कि इन उत्पादों के प्रयोग से न केवल महिला सशक्तिकरण को बल मिलता है बल्कि दूरस्थ हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाले भेड़ पालकों एवं किसानों की आर्थिकी के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण संवर्धन में भी मदद मिलती है।उन्होंने एकल उपयोगी प्लास्टिक के उत्पादों के प्रयोग न करने पर जोर दिया।साथ ही प्लास्टिक को रिड्यूस,रियूज और रिसाइकल के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि आर्थिक आजादी के लिए हमें प्रबन्धन की बारीकियों को समझना होगा।जो कि भविष्य में आर्थिक सशक्तिकरण का आधार बनती हैं।इस अवसर पर विद्यार्थियों ने कच्चे ऊन और प्राकृतिक रेशों से कपड़ा बनाने की विधि के साथ साथ समय प्रबन्धन, वित्तीय प्रबन्धन, पर्यावरण संरक्षण सहित सामुदायिक रेडियो ऋषिकेश के बारे में जानकारी प्राप्त की।सामुदायिक रेडियो ऋषिकेश में छात्र छात्राओं ने अपने विचार साझा करते हुए अपनी पसंद के गीत भी गुनगुनाये।मौके पर संस्था की अध्यक्षा गीता चंदोला,प्रभारी अनिल चंदोला,संस्था के जन सम्पर्क अधिकारी नरेंद्र प्रसाद खुगसाल,अंकित रावत,सोनिका लेखवार,रिया थापा, स्वाति बंगवाल,अंशुल बिष्ट,जर्मन जीत सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।